तुम मुझे रोक सकती हो
आर्यन चैप्टर 28
तुम मुझे रोक सकती हो
आर्यन रणधीर से कहता है की उसने जिनी को उससे दूर करके अच्छा नहीं किया रणधीर अपनी घड़ी में एक बटन दबाता है जीनी आर्यन से पूछती है की क्या आर्यन हर लड़की के बारे में ऐसा ही सोचता है जीनी पुराने खयालों में खोई थी तभी आर्यन वहां। आता है और उसे बेड पर लगभग पटक देता है
अब आगे
आर्यन उसके करीब आ जाता है,और उसके गले पर किस करने लगता है, जीनी उसे बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी वो उसे दूर करने लगती है तभी वो उसके हाथ ऊपर करके बेल्ट से बांध देता है,
उसकी इस हरकत से मानो जीनी को शॉक लग गया था,उसे समझ ही नहीं आ रहा था वो क्या करे ,वहीं आर्यन उसके कपड़े उसके जिस्म से अलग करके बेड से नीचे गिरा देता है,
आर्यन उसके बहुत करीब था और जीनी जो आर्यन का नया रूप ही देख रही थी, उसकी आंखे नम हो जाती हैं आर्यन के हाथ धीरे धीरे नीचे जा रहे थे,वो उसे रोकने कोशिश करते हुए कहती है "प्लीज़ मुझे जाने दीजिए, मेरे हाथ आपने क्यों बांध रखा है?" उसका सवाल सुन आर्यन , उसकी आंखो में देखते हुए कहता है "आर्यन खन्ना को महसूस करने के लिए,मोहब्बत जरूरी है, सिर्फ जरूरत नहीं"
तभी जीनी को एक तेज़ झंजानाहट महसूस होती है ,और उसकी सांसे तेज़ हो जाति है, वो अपनी आंखे बंद कर लेती है, आर्यन उसकी आंखो में देखते हुए कहता है "क्या हुआ मिसेज़ खन्ना,अभी तो मैंने कुछ किया भी नहीं है"
जीनी अपनी आंखे खोल लेती है,लेकिन वो उससे नजरें नहीं मिला पा रही थी, आर्यन उसके गले पर किस करते हुए कहता है "तुम समझ नहीं पा रही हो जिन, वो सब बस जरूरत और गुस्सा था, और तुम ......तुम मोहब्बत हो मेरी, और ये बात मैं तुम्हे आज समझा दूंगा"
इतना कह आर्यन उसे अपने और करीब कर लेता है,जीनी अब उसे बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी, वो अपने हाथ खोलने की कोशिश कर रही थी लेकिन खोल नहीं पा रही थी, आर्यन उसके साथ बहुत बेदर्दी से पेश आ रहा था, वो अपनी सांसे संभालते हुए कहती है "मुझे दर्द हो रहा है, मैं नहीं कर पाऊंगी"
आर्यन कुछ पल उसे देखता है , फिर उसके हाथ खोल देता है और खुद बाथरूम में चला जाता है उसे ऐसे जाते देख जीनी को बहुत बुरा लगता है , वो बंद दरवाज़े को देखते हुए कहती है "ना आप गलत हैं ना ही मैं फिर क्यों हमारे बीच ये दूरियां हैं"
अंदर आर्यन शावर के नीचे खड़ा था, शावर के पानी के साथ ही आर्यन की आंखों से पानी भी बह जाता है , वो खुद पर ही नाराज़ होते हुए कहता है "क्यों तू बार बार उसे इतनी तकपीफ देता है क्यों"
थोड़ी देर बाद आर्यन बाहर आता है और कमरे से बाहर जाने लगता है तभी जीनी उसका हाथ पकड़ लेती है, आर्यन झटके से उसके कंधे पकड़ लेता है और लगभग चिल्लाते हुए कहता है, "अब क्या चाहिए तुम्हे छोड़ दिया ना मैने, लेकिन मेरी एक बात अच्छे से समझ लो , गलती हुई है , माफी मांगता हूं लेकिन मेरी मोहब्बत पर शक करने का हक मैने तुम्हे भी नहीं दिया है"..
इतना कह आर्यन वहां से जाने लगता है , तभी जीनी झटके से उसे पकड़ कर बेड पर धक्का दे देती है,और उसके ऊपर आकर उसके दोनो हाथ पकड़ लेती है
आर्यन उसे घूरते हुए कहता है "सीरियसली तुम्हे लगता है तुम ऐसे मुझे यहां रोक लोगी" जीनी पूरे कॉन्फिडेंस के साथ कहती है "हां मैं रोक सकती हूं,और आप खुद को क्या समझते हैं , आपकी मर्जी चल रही है , जब देखो तब अपनी ही मर्जी करते हैं,मानती हूं आपको गलत समझ लिया लेकिन इसका ये मतलब नहीं है की....."
आर्यन झटके से पलटकर उसे अपने नीचे कर लेता है, और उसके दोनो हाथों को बेड पर दबाते हुए कहता है "क्या मतलब है , क्या कर लोगी तुम"
जीनी खुद को उससे छुड़ाते हुए कहती है "छोड़िए मुझे" आर्यन उसपर अपनी पकड़ कसते हुए कहता है "छोड़ दूंगा पहले मैं जान तो लूं,की तुम क्या कर लोगी" आर्यन उसे अपनी इंटेंस नजरों से देख रहा था
उसकी आंखो में देख जीनी का चेहरा लाल हो जाता है , आर्यन के होंठो पर एक तिरछी मुस्कान खेलने लगती है, वो अपने होंठ उसके होंठो पर रख देता है और उसे प्यार से किस करने लगता है!
जीनी की कलाई पर उसकी पकड़ कस्ती जा रही थी जिसके कारण उसके हाथों की चूड़ियां टूट जाति हैं आर्यन खुद को कंट्रोल नहीं कर पा रहा था,वो उसकी कलाई छोड़ उसकी कमर पकड़ लेता है
जीनी के हाथ उसकी पीठ पर घूम रहे थे! आर्यन धीरे धीरे नीचे बढ़ जाता है,वक्त के साथ वो अग्रेसिव होता जा रहा था, वो उसकी साड़ी की प्लेट्स खोल देता है, एक पल के लिए जीनी घबरा जाती है
लेकिन कुछ नहीं कहती है , आर्यन के हाथ उसके शरीर पर घूम रहे थे, जिससे जीनी को सिहरन सी हो रही थी, उसकी आहें पूरे कमरे में गूंज रही थी जिससे आर्यन के अंदर एक आग सी लगी हुई थी वो खुद को रोक नहीं पा रहा था,वो सर उठा कर जीनी को देखता है, जिसने आंखे बंद कर रखी थी और गहरी सांसे ले रही थी
आर्यन धीरे से उसमे समा जाता है, और उसे किस करने लगता है करीब 2 घंटे बाद आर्यन उसे छोड़ देता है, जीनी उसके सीने पर सर रख लेती है और उसे घूरते हुए कहती है "आप बहुत बुरे हैं,आपने मुझे पूरी रात नहीं सोने दिया और अब सुबह सुबह, मेरा पूरा शरीर दर्द हो रहा है"
उसकी शिकायत सुन आर्यन मुस्कुरा देता है और ले जाकर शावर के नीचे खड़ा कर देता है कुछ देर में दोनो तैयार होकर नीचे आ जाते हैं,वहीं नील किसी से बात कर रहा था और बेहद गुस्से में लग रहा था
आर्यन उसके पास आता है और अजीब नजरों से घूरते हुए कहता है "तुम्हे किस पर गुस्सा आ रहा है" नील कुछ देर खामोश रहता है फिर कहता है "मिस्टर खन्ना वो दरवाजा खोलने का रिस्क कोई नहीं लेना चाह रहा है"
आर्यन कुछ देर खामोश रहता है फिर कहता है "अब कोई और नहीं,ससुर सा खुद वो दरवाजा खोलेंगे"
आर्यन उस कमरे की तरफ बढ़ जाता है, तभी जीनी नील से कहती है "किस दरवाजे की बात कर रहे हैं आप दोनो?"
नील मुस्कुराते हुए कहता है "आपकी हवेली बाहर से एक ही दिखती है लेकिन ये असल में दो भाग में बनी है, ये जिसमे हम रहते हैं आगे का हिस्सा है, और पीछे की तरफ एक दरवाज़ा है जिससे दूसरा हिस्सा खुलता है, लेकिन अगर उस दरवाजे को तोड़ा गया तो ये हवेली खंडर हो जायेगी"
तभी जीनी आराम से कहती है "तो दरवाज़ा तोड़ना क्यों है खोल भी तो सकते हैं"
नील परेशान होते हुए कहता है "खोलेंगे तो तब जब हमारे पास उसका पासवर्ड होगा" नील की बात सुन जीनी उसे अजीब नज़रों से देखती है ,जैसे वो कोई जोकर हो फिर उबते हुए कहती है "नील सच में आप मजाक कर रहे हैं ना"
नील कहता है "नहीं मैं मजाक नहीं कर रहा हूं " जीनी उसे घूरते हुए कहती है "दिमाग लगाते नहीं हो या है ही नहीं"
तभी पीछे से किसी की आवाज आती है "इसके पास दिमाग है ही नहीं"
कैसी लग रही है कहानी अपनी राय जरूर दें,और कहानी बोर तो नहीं कर रही है ये भी बताएं मिलते हैं अगले चैप्टर में तब तक के लिए बाय बाय
वानी
Abhilasha Deshpande
05-Jul-2023 03:00 AM
Very interesting part
Reply
अदिति झा
20-Jun-2023 06:01 PM
Nice 👍🏼
Reply
Madhumita
20-Jun-2023 04:40 PM
👌👍🏼
Reply